उत्तराखंड उत्तरकाशी में मौसम की मार से भारी नुकसान में सेब काश्तकार
उत्तरकाशी के आराकोट-बंगाड क्षेत्र में लगातार बारिश से सड़क संपर्क टूटा, मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहे सेब
Amar sandesh दिल्ली।/उत्तरकाशी।देवभूमि उत्तराखंड सहित देशभर में इस समय भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। उत्तरकाशी जनपद के आराकोट-बंगाड क्षेत्र में लगातार कई दिनों से जारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। सड़क मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, पैदल आवाजाही भी कठिन हो गई है। इस कारण बागवान अपने तुड़ान के बाद पैक हो चुके सेब को मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
बागवानों ने मेहनत और खर्च कर नेपाली मजदूरों, स्थानीय घोड़े-खच्चरों की व्यवस्था की, लेकिन लगातार हो रही बारिश और मार्ग अवरुद्ध होने से सेब की पेटियां खेतों और भंडारण केंद्रों में ही पड़ी हैं। इससे खराब होने का खतरा और बढ़ गया है।
त्यूणी से लेकर आराकोट, चींवा, बलावट, मौंडा, जागटा, बरनाली, डगोली, थापली और गोकुल तक सेब बेल्ट बारिश से प्रभावित है। हर ओर सड़कें बंद हैं और किसानों की मेहनत की कमाई पर संकट गहरा गया है।
किसानों ने उत्तराखंड सरकार, कृषि मंत्री एवं जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि तुरंत सड़क संपर्क बहाल किया जाए, ताकि सेब समय पर मंडियों तक पहुंच सके। साथ ही राजस्व और उद्यान विभाग की टीमें मौके पर भेजकर नुकसान का आकलन करें और प्रभावित काश्तकारों को मुआवजा दिलवाने की व्यवस्था करें।
“सेब की घाटी में बारिश बनी आफ़त मेहनत का फल मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहा।”जिला प्रशासन हर संभव प्रयास करता दिख रहा है कि लोगों को अधिक से अधिक राहत पहुंच सके।
–

